आयुर्वेद में दशमूल की बहुत प्रशंसा की गई है। इस प्रकार की जड़ों वाला योग होने से इसे ‘दशमूल’ कहते हैं। ये दस जड़े इन वनस्पतियों की होती है - बेल, गम्भारी, पाटल, अरणी, अरलू, सरिवन, पिठवन, बड़ी कटेरी, छोटी कटेरी और गोखरू । इनके शास्त्रीय नाम क्रमशः इस प्रकार हैं
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