अत्यन्त शोक, घोर चिन्ता, क्रोध और अति श्रम के कारण शरीर की उष्णता सिर पर चढ़ कर बालों को पकाने लगती है क्योंकि अधिक क्रोध से पित्त तथा अधिक शोक, श्रम और चिन्ता से वात कुपित होता है। कुपित वायु शरीर की गर्मी सिर में ले जाकर भ्राजक पित्त को कुपित करती है
मूल्य : 20