बबूल की नर्म पत्तियां ५ से १० ग्राम वज़न में खूब चबा चबा कर खा लें और ठण्डा पानी पी लें । २-३ सप्ताह यह प्रयोग करने पर स्वप्नदोष होना बन्द हो जाएगा।
शीतकाल में, पाव भर दूध में ३ छुहारे और २ चम्मच पिसी मिश्री डाल कर खूब पकाएं। जब दूध आधा रह जाए तब उतार कर छुहारे की गुठली निकाल कर फेंक दें तथा छुहारे खाते हुए दूध घूंट-घूंट करके पीते रहें।
मूल्य : 20