कारण - यह रोग शिक्षित एवं समझदार वर्ग में कम और अशिक्षित एवं ग्रामीणवर्ग में ज्यादातर पाया जाता है। जननेन्द्रिय की साफ़-सफ़ाई न करने, वेश्यागमन या परस्त्रीगमन करने, अविवेकपूर्ण ढंग से सम्भोग करने, लिंग में रगड़, नाखून या कठोर वस्तु से कट लगने, स्त्री के ऋतुकाल (मासिकधर्म के दिनों) में सहवास करने आदि कारणों से यह रोग हो जाता है।
मूल्य : 20