गेसनाशक गेसोल वटी
पाचनशक्ति बढ़ाने और वातप्रकोप (गैस) का शमन करने वाले एक श्रेष्ठ आयुर्वेदिक योग-गेसोल लेट का परिचय प्रस्तुत हैं।
घटक द्रव्य- शिवाक्षार पाचन चूर्ण, चित्रकादि वटी, गंधक वटी २०-२० ग्राम, शुद्ध और मण्डूर भस्म तीनो २-२ ग्राम।
भावना द्रव्य- लहसुन १५ ग्राम, निम्बू का रस व अमलतास ५-५ ग्राम।
निर्माण विधि- पहले भावना द्रव्यों में लहसुन छील कर, नींबू के रस व अमलतास के साथ अच्छी तरह घोट कर सारे द्रव्य बारीक पीस कर मिला ले और खूब घुटाई करके एक जान कर ले फिर आधा ग्राम कि गोलिया बना ले।
मात्रा और सेवन विधि- भोजन के बाद २-२ गोली के पानी के साथ ले।
लाभ- यह योग उदर व आंतो में संचित वायु को निकाल देता हैं। पेट में गैस का शमन करता हैं और वात प्रकोप के कारण पैदा होने वाले सभी रोगों को शांत करता हैं। यह योग 'गेसोल वटी' के नाम से बना बनाया बाजार में मिलता हैं।